पहले दिन नर्सिंग घोटाले के आरोपों से शुरू हुई सदन की कार्यवाही पांचवें दिन जल जीवन मिशन के घोटाले के आरोपों के साथ खत्म हुई। इस दौरान कई बार सदन में नोकझोंक भी हुई।
मानसून सत्र में मप्र गोवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक पर कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि गो माता की धार्मिक आधार पर सीमा निर्धारित नहीं होनी चाहिए, क्योंकि गाय हमें दूध प्रदान करती है।
गायों के लिए पंचायत या नगर में व्यवस्था की जाए। उसी गोमाता के चमड़े को शुद्ध करके ढोलक बनाकर मंदिर में रखते हैं। इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए भाजपा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय ने कहा कि गाय के चमड़े से कोई ढोलक नहीं बनाई जाती, कोई उदाहरण हो तो दे दीजिए।
आप विषय को धार्मिक भावना की ओर ले जा रहे हैं। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी कांग्रेस विधायक से कहा कि आप अधिनियम तक सीमित रहें तो बेहतर होगा। विधायक राजेंद्र पांडेय ने कहा कि धार्मिक वातावरण बिगाड़ने वालों को मृत्युदंड देने जैसे प्रविधान किए जाने चाहिए।
हंगामा के बीच शुक्रवार को देर शाम मप्र सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक, मप्र मंत्री (वेतन तथा भत्ता) संशोधन विधेयक, मप्र निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) संशोधन विधेयक, मप्र गौवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक, मप्र माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) विधेयक और मप्र खुले नलकूप में इंसानों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक 2024 सर्वसम्मति से पारित किए गए।