मप्र विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायकों और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बीजेपी विधायकों को 15-15 करोड़ रुपए का फंड दिया गया। कांग्रेस विधायकों से मात्र 5-5 करोड के प्रस्ताव लिए गए लेकिन, अब तक एक रुपया भी नहीं मिला। संविधान की शपथ लेने के बाद ये भेदभाव करना संविधान का अपमान है।
दतिया से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भारती ने कहा- विधायक तो विधायक है चाहे वो किसी भी दल का हो। मुख्यमंत्री को समान व्यवहार रखना चाहिए। बिना भेदभाव के 15 - 15 करोड़ रुपए सभी विधायकों को देने चाहिए। ये राशि सीएम ने भाजपा विधायकों को दी। कांग्रेस के विधायकों से पांच पांच करोड़ के प्रस्ताव मांगे गए थे। दुख है कि पांच-पांच करोड़ के प्रस्ताव में से एक सिंगल काम स्वीकृत नहीं किया गया।
नेता संविधान की शपथ लेने के बाद उसी शपथ के विपरीत काम करते हैं। जिन्होंने शपथ ली है इस वादा खिलाफी के लिए वही जिम्मेदार हैं हम उम्मीद करते हैं कि बिना किसी पक्षपात, राग द्वेष के, निष्पक्ष तरीके से निर्णय लेकर सभी विधायकों को पूरा संरक्षण देते हुए सब के काम करेंगे।
घनघोरिया बोले- मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है, हुडको के पैसे को कन्वर्ट किया
कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने कहा इस संदर्भ में कल मुख्यमंत्री से हम लोगों ने भी बात की थी। लेकिन, सबका निचोड़ यह निकला कि सरकार के पास पैसा नहीं है। हुडको का पैसा था। मुख्यमंत्री अधोसंरचना का फंड था। उसमें भी उनका कहना है कि भाजपा के विधायकों के संभवत: शायद उतने नहीं काम नहीं हो रहे हैं जितने वह उम्मीद लगाए बैठे हैं। कुल मिलाकर बात यह है कि सरकार टोटल कंगाल है। बीजेपी ने पब्लिक को बेवकूफ बनाया अब अपने लोगों को भी बना रहे हैं।
मरकाम बोले-संविधान की शपथ ली, फिर क्यों भेदभाव कर रहे
कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा- भाजपा के मुख्यमंत्री संविधान के विपरीत काम कर रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री शपथ ली है कि वे बिना भेदभाव के काम करेंगे। लेकिन, उनके द्वारा जो भेदभाव किया गया है। उसका पहला उदाहरण है- भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को उनके क्षेत्र के विकास के लिए 15 करोड रुपए दिए गए। कांग्रेस के विधायकों को कोई पैसा नहीं दिया गया। जब कांग्रेस के विधायकों ने मांग की तो 5 करोड रुपए देने की बात करके वह राशि भी नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री जी संविधान के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं।
अंबाह विधायक बोले- प्रस्ताव ले लिए लेकिन, पैसे नहीं दिए
अंबाह विधायक देवेंद्र सखवार ने कहा बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर है। मुख्यमंत्री ने हमसे वादा किया था कि हम पांच-पांच करोड रुपए देंगे। हमसे प्रस्ताव भी ले लिए। इनकी जो नीति है वह भेदभाव वाली है। हम लोगों को एक भी रुपया नहीं मिला। अपने विधायकों के लिए उन्होंने कलेक्टर को आदेश कर दिए। उन्होंने जो शपथ ली है उस शपथ का कोई महत्व नहीं है। आज हर योजना में झूठ बोला जा रहा है। विधानसभा में जो सवाल लगाया उनके गोल-गोल जवाब दिए जा रहे हैं।
उमंग बोले-उम्मीद है कांग्रेस विधायकों के साथ भेदभाव नहीं होगा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा विधायक किसी पार्टी का नहीं होता। अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है तो सरकार को निष्पक्ष रूप से विकास के लिए बराबर निधि देना चाहिए। मुझे ऐसी उम्मीद है कि भाजपा इसका ध्यान रखेगी। कांग्रेस के विधायकों के साथ अन्याय नहीं होने देगी।