विधानसभा में गुरुवार को एक बार फिर नर्सिंग घोटाला उठा। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मामले में विशेषाधिकार हनन पर चर्चा की मांग की। सिंघार की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें विशेषाधिकार हनन की सूचना प्राप्त हुई है। उस पर विचार के बाद निर्णय लेंगे। इस पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया। इसके बाद कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में मंत्री विश्वास सारंग पर आरोप लगाए।
जयवर्धन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री सारंग को घेरा
कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा, जिस नर्सिंग कॉलेज को मंत्री सारंग ने मान्यता दी, उसका मालिक आज जेल में है। वहीं मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस मुद्दे के जरिए कांग्रेस मुझे बदनाम करने की साजिश कर रही है। मैं इस मामले में सबूत के साथ सदन में जवाब दे चुका हूं। जब मैंने जवाब दिया तो विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं था। उनका गुब्बारा फूट गया है, अब वे पंचर हो चुके गुब्बारे में फिर हवा भरने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के आरोपों से तो कमलनाथ सरकार ही कठघरे में आ गई है।
सारंग बोले- शिजू के हस्ताक्षर से नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता
मंत्री सारंग ने बताया कि सुनीता शिजू के हस्ताक्षर से पत्र कमांक/म. प्र.न.र.काँ/2019/E-30, भोपाल दिनांक 11 जनवरी 2019 के माध्यम से शैक्षणिक सत्र 2018-19 में नर्सिंग कालेजों को मान्यता प्रदान की गई थी। इस लिस्ट में क्रमांक 153 पर मलय नर्सिंग कालेज का नाम दर्ज है। इसी प्रकार सत्र 2019-20 में भी कांग्रेस शासनकाल में मलय नर्सिंग कालेज को मान्यता प्रदान की गई थी। सत्र 2019-20 की लिस्ट में क्रमांक 80 पर मलय नर्सिंग कालेज का नाम दर्ज है।