FMCG सेक्टर में किस कंपनी से है पतंजलि फूड्स की सीधी टक्कर, बाबा रामदेव ने बताया
Updated on
03-07-2024 02:41 PM
नई दिल्ली: पतंजलि फूड्स ने 1,100 करोड़ रुपये में पतंजलि आयुर्वेद के सभी नॉन-फूड बिजनस का अधिग्रहण किया है। विशेष संवाददाता सुधा श्रीमाली ने योग गुरु स्वामी रामदेव से पतंजलि के फ्यूचर प्लान और बीमारियों के इलाज के लिए कंपनी की योजनाओं पर विस्तार से बात की। पेश है इस बातचीत के प्रमुख अंश:लोगों और निवेशकों का प्यार बेजोड है। पतंजलि फूड्स की 1100 करोड़ की डील से पहले भी हम न्यूट्रिला जैसे लोकप्रिय बैंड की 1000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन को महज 62 करोड़ में दे चुके हैं। आज कोई भी लिस्टेड कंपनी को बिजनेस देता है तो 40 से लेकर 70 तक के मल्टिपल में सोचता है, लेकिन हमने दंत कांति, केश कांति जैसे अन्य 5 से 50,000 करोड़ की ब्रेड वैल्यू वाले बिजनस को इतने सस्ते में दिया, जिससे निवेशकों को लाभ मिले और वे हमारे सहभागी बने। अब हमारा फोकस स्किन केयर पर होगा। एंटी एजिंग, एंटी स्किल, ब्यूटी प्रोडक्ट्स में मार्केट शेयर को बढ़ाना है। हम प्रीमियम कैटिगरी में आएंगे। मल्टिपल सिनर्जी से पतंजलि फूड्स को लीडिंग FIMCG कंपनी बनाना है और हमारी सीधी टक्कर यूनिलिवर से है। जहाँ तक प्रोडक्ट इनोवेशन की बात है तो हमारी पतंजलि जैसी रिसर्च और प्रोडक्ट इनोवेशन फैसिलिटी किसी कंपनी के पास नहीं है। हम प्रदर्शन नहीं दर्शन में भरोसा रखते हैं और लोगों का प्यार हमारी असेट है।
इस डील से पतंजलि फूड्स की रीच कितनी बढ़ने का अनुमान है? हमारी 50 लाख रिटेल आउटलेट पर डायरेक्टली और इनडायरेक्टली पहुंच है। इस अधिग्रहण के बाद बैंड इक्विटी, सिनाजी और रीच बढ़ेगी। ऑनलाइन से लेकर डीसी में सभी जगह उपलब्ध पतंजलि फूड्स का 3 साल में दो टारगेट है। FMCG का हिस्सा बढ़ाकर 50 पर्सेट करना है। 5 साल में इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में कंपनी के मोमेंटम को कायम रखते हुए एक लाख करोड़ की कंपनी बनाने का लक्ष्य है। क्या पतंजलि फूड्स ऑलिव 'ऑयल भी लेकर आएगी? नेचरल ऑयल सबसे अच्छे होते हैं। हो, पॉम पैकेज्ड फूड और इंडस्ट्री मे लंबे समय तक चलने के कारण इस्तेमाल होता है। विदेशों पर हमारी निर्भरता और जरूरत को देखते हुए हम यह कर रहे हैं। जहां तक ऑलिव ऑयल की बात है तो वह जैतून का तेल है, जिसे हमारे देश में वर्षों से मालिश के लिए इस्तेमाल करते हैं। अब इसकी ऐसी मार्केटिंग कर दी गई है कि हम सलाद पर छिड़कने की वाजाय इससे खाना बनाने में इस्तेमाल कर रहे हैं। सबसे अच्छा ऑप्शन है गाय का घी और नेचरल ऑयल खाएं। ऑलिव ऑयल भारत का विकल्प नहीं है।
डॉ. समीर पारिख और कामना छिब्बरआम तौर पर किसी सामान्य व्यक्ति का सबसे ज्यादा समय वर्कप्लेस पर ही बीतता है। स्वाभाविक ही वर्कप्लेस का बिगड़ा माहौल बड़ी संख्या में लोगों…
नई दिल्ली: शाकाहारी थाली की कीमत सितंबर में पिछले साल के मुकाबले 11% बढ़ गई, जबकि मांसाहारी थाली 2% सस्ती हुई है। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी…
नई दिल्ली: कोरोना काल बीतने बाद से ही मकानों की कीमत (House Cost) में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। दिल्ली एनसीआर में तो मकानों की कीमतें लगातार चढ़ ही रही…
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि देश में प्रति व्यक्ति आय अगले पांच साल में दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए गए सुधारों के…
नई दिल्ली: शेयर मार्केट में गुरुवार को इस साल की तीसरी सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। मिडिल ईस्ट में मचे तनाव के कारण शेयर बाजार धड़ाम हो गया। सेंसेक्स में…
नई दिल्ली: साउथ कोरिया की ऑटो कंपनी Hyundai की Hyundai Motor India का 25,000 करोड़ रुपये का आईपीओ 14 अक्टूबर को आ सकता है। मामले से जुड़े लोगों ने गुरुवार को…